भगवान श्री राम के विभिन्न मंत्र
भगवान श्री राम की पूजा के कई तरीके हैं । आप चाहे तो सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग मंत्रों से इनका भजन कर सकते हैं|
सोमवार
यह चंद्रमा का दिन होता है । इस दिन “श्री राम जय राम शिवराम ” मंत्र का जप करना चाहिए । इस मंत्र से भक्तों को श्री राम के साथ-साथ शिव का भी आशीर्वाद मिलता है।
मंगलवार
यह दिन हनुमान का भी माना जाता है इसलिए यदि भक्त “श्री राम जय राम जय जय राम” का जप करें, तो उन्हें राम के साथ-साथ हनुमत कृपा भी मिलती है । इसे रामरक्षा महामंत्र भी कहा जाता है।
बुधवार
गणेश को समर्पित इस दिन यदि “हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे“ का जप करें, तो भक्तों, विशेषकर महिलाओं को आदर्श पति प्राप्त होता है या उनके पति में राम जैसे गुण आते हैं।
गुरुवार
इस दिन को सतगुरु को समर्पित किया जाता है और इस दिन “जय राम शिव राम गुरु राम जय राम” मंत्र का जप किया जाये, तो भगवान राम के रूप में सतगुरु का आशीर्वाद भक्तों को मिलता है।
शुक्रवार
इस दिन राम के साथ साथ सीता और उनके अनन्य भक्त हनुमान को समर्पित मंत्र “सीता राम हनुमत राम सीता हनुमत” का जप किया जाए, तो भक्तों को का जीवन सुखी होता है और माता सीता के आशीर्वाद से दांपत्य जीवन में कोई परेशानी नहीं आती ।
शनिवार
यह दिन क्योंकि हनुमान को समर्पित होता है, इसलिए श्री राम की आराधना का महत्व भी इस दिन बढ़ जाता है । भगवान हनुमान का एक नाम सुंदर भी है, जिसे उनकी मां ने उन्हें दिया था । अगर “श्री राम जय राम सुंदर राम मंत्र” का जप शनिवार को किया जाए, तो भक्तों को न सिर्फ शनि दोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि उन्हें जीवन में सफलता भी मिलती है|
रविवार
सूर्य को समर्पित इस दिन यदि श्री राम की भी पूजा की जाए, तो दोनों की कृपा से भक्त सदा सफलता प्राप्त करते हैं । “श्री राम जय राम रघु राम“, नामक इस मंत्र में रघु श्रीराम का ही एक नाम है ।